वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- 15 दिसंबर के बाद दिल्ली जाने में आधा घंटा का समय बचेगा, वहीं अब 20 रुपये किराया भी बचेगा। सिंघु बॉर्डर से किसानों के उठने के बाद पानीपत के यात्रियों को दिल्ली जाने में अब कोई समस्या नहीं होगी। आपको बता दें कि अभी तक दिल्ली जाने के लिए पानीपत डिपो की बस गाजियाबाद से होकर जाती थी आईएसबीटी। बता दें कि किसान आंदोलन के पहले दिल्ली के लिए पानीपत से हर आधे घंटे में बस मिलती थी। लेकिन किसान आंदोलन के चलते बस के चक्कर भी कम हो गए हुए थे।
आपको बता दें कि खबरों के मुताबिक सिंघु बॉर्डर से किसानों की घर वापसी और सिंघु बॉर्डर खाली होने के बाद पानीपत से दिल्ली जाने में कम समय लगेगा। अब बसों को लंबे रूट से नहीं जाना होगा। दिल्ली जाने वाली बस का किराया भी कम होगा। पिछले एक साल से किसान आंदोलन के कारण बस सीधा दिल्ली जाने के बजाय गांव एवं गाजियाबाद से घूमकर जा रही थी। किसानों की वापसी जारी है और जल्द ही दिल्ली का रूट पूरी तरह से खुल जाएगा। जिससे बस सीधे आईएसबीटी जाएगी। यह व्यवस्था 15 दिसंबर के बाद लागू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
बता दें कि किसान आंदोलन से पहले दिल्ली जाने के लिए पानीपत से 80 रुपये किराया होता था। लेकिन किसान आंदोलन के कारण बसों का रूट लंबा हो गया था। दिल्ली रूट पर किसानों के तंबू लगे होने के कारण बस को दिल्ली जाने में आधा घंटा ज्यादा समय लगता था। इससे किराया बढ़कर 100 रुपये हो गया था पानीपत से सीधा दिल्ली जाने के बाद से किराया पहले जैसा हो जाएगा। बस डिपो के अधिकारियों ने बताया कि किलोमीटर कम होने के कारण किराया भी कम होगा। साथ ही दिल्ली जाने के लिए आधा घंटा कम समय भी लगेगा।
सिंघु बॉर्डर पर किसानों के बैठे रहने के कारण दिल्ली जाने वाली बस सोनीपत के बाद केएमपी बॉर्डर से होकर दिल्ली जाती थी। बस पानीपत डिपो से सोनीपत फिर केएमपी से होते हुए गाजियाबाद जाती थी। गाजियाबाद से होते हुए पानीपत डिपो की बस दिल्ली आईएसबीटी तक जाती थी। गाजियाबाद में जाम होने के कारण यात्रियों को दिल्ली पहुंचने में कई बार घंटों इंतजार करना पड़ता था। सिंघु बॉर्डर खाली होने के बाद पानीपत से बस सीधा दिल्ली जाएगी। किलोमीटर कम होने के बाद किराया भी कम किया जा सकता है। किराया कम होने के साथ साथ यात्रियों का समय भी बचेगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT