वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- शहर में दौड़ रहे 15 साल पुराने पेट्रोल और 10 साल पुराने डीजल वाहनों पर अब शिकंजा कसा जाएगा। एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एक्ट) के नियमों का पालन कराने के लिए फिलहाल ऐसे वाहन संचालकों को जागरूक किया जा रहा है। इसके बाद इन वाहनों को जब्त करने की भी तैयारी है। जब्त होने के बाद उन्हें किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा।
दरअसल, एनजीटी की गाइडलाइन है कि एनसीआर में आने वाले जिलों में 15 साल से अधिक पेट्रोल और 10 साल से अधिक डीजल के वाहनों पर रोक लगाई जाए। वाहन पुराने होने के कारण यह अधिक प्रदूषण फैलाते हैं। हालांकि ग्रीन एनजीटी की तरफ से करीब चार साल पहले यह आदेश दिया गया था, लेकिन अभी तक इस पर सख्ती से अमल नहीं हो सका। रोहतक में चलने वाले आटो की बात करें तो सबसे अधिक प्रदूषण का कारण यही बनते हैं। यहां पर फिलहाल करीब आठ हजार आटो रजिस्ट्रड है, लेकिन शहर में करीब 11 हजार से अधिक आटो चल रहे हैं। दिल्ली में सख्ती होने के बाद अधिकतर आटो रोहतक और आसपास के जिलों में आ गए थे। ऐसे में अब सबसे पहले ऐसे आटो पर शिकंजा कसा जाएगा जिसका समय पूरा हो चुका है। पुलिस इनकी पूरी लिस्ट तैयार की जा रही है।
अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल करीब 20 दिनों तक ऐसे लोगों को जागरूक किया जाए। यदि जागरूकता अभियान चलाने के बाद भी स्थिति जस की तस रहती है तो इन पर शिकंजा कसते हुए वाहनों को जब्त कर लिया जाए। इन वाहनों को जब्त करने के बाद सबसे बड़ी बात यह है कि किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा। इन्हें कंडम मानते हुए नष्ट कर दिया जाएगा। पुलिस की इस सख्ती को लेकर आटो चालकों में भी हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
TEAM VOICE OF PANIPAT